प्रकृति है एक विकल्प
रेड डाटा बुक,
कहती है आज,
मानव की लापरवाही,
विलुप्त हो रहे कैसे?
ये जीव-जंतु और पौधे प्रकृति से ।
क्यों खतरे में है इनकी पहचान,
क्यों मिट रहा नामो निशान,
कहीं न कहीं कमियाँ हुई है ,
जैव विविधता का हो रहा विनाश।
यूँ ही यदि प्रकृति से दूरी बनाओगे,
जल्द ही रेड डाटा बुक में तुम्हारा भी नाम आयेगा।
चलो ले लो संकल्प,
प्रकृति ही इसका एक विकल्प ।
रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर