प्रकृति के साथ जीना सीख लिया
जिंदगी में अकेले चलना सीख लिया है हमने
प्रकृति के साथ जीना सीख लिया है हमनेे”
“यूं तो रास्ते में बहुत से कांटे आए लेकिन
उन कांटों को भी पार करना सीख लिया है हमने”
जब हाथ तेरा थाम लिया है तो डरना क्या किसी से !
इस प्रकृति से कभी हाथ न छोड़ने का वादा कर लिया है हमने” !!
मनोज तानाण
(Manoj Tanan)