*”प्रकाश पर्व”*
प्रकाश पर्व
कार्तिक मास पूर्णिमा निखरा चाँद
गुरुनानक देव जंयती मनाए।
जीवन नए उमंगों से भरा हुआ ,
जगमग दीप जलाए।
गुरुनानक की दया कृपा प्राप्त कर
सुख शांति खुशहाल बनाए।
अमन चैन प्रेम का वास हो ,
अरदास कीर्तन सत्संग संकीर्तन गाए।
ईमानदारी से जीविकोपार्जन निर्वाह कर ,
सब मिलकर खुशियाँ मनाए।
सत्य मार्ग पर चलने की प्रेरणा शक्ति अटल विश्वास जगाए।
एक ओंकार सतनाम ,कर्ता पुरखु ,
निरभउ निरबैर ,अकाल मूरत,
अजूनी सैभ गुरू प्रसाद।
शशिकला व्यास ✍