प्यार राज है जीवन का ।
प्यार राज है जीवन का,
खुलकर इसको जीते है,
छुपाते है दर्द मगर,
एहसास तनिक में होता है।
एक पल जीना मुश्किल लगता है,
मुश्किलों में प्यार खिल जाता है,
खुशबू चहुंँदिश फैलती है,
प्यार कभी नहीं छुपता है।
दिल से दिल एक मिल जाता है,
आँखो से दिल में बसता है,
यादों वादों में फँसता है,
परवाह है तो प्यार कहलाता है।
मन का साज हिलोरे लेता है,
खुशियों की तान बज उठती है,
ओठों में वह नाम उभरता है,
प्यार का इकरार हो जाता है।
दुख और सुख एक हो जाते है,
पवन का रुख एक ओर हो जाते है,
प्राणों से प्रिय भी हो जाता है,
प्यार में मन मंदिर बन जाता है।
रचियता-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।