प्यार मे मन
सब बाते झूठ और
सपने सच हो जाते है
जब हम किसी के
और वो अपने हो जाते है
तब इक अहसास मन मे आता है
उसके सिवा कुछ न भाता है
ख्यालो की दुनिया मे भी केवल
वो ही शख्स रहता है
जिधर देखे उधर दिल मे
उसका ही अख्स रहता है
जब सुनते है प्रेम तराने
तब अफ़साने याद आते है
हर पल हम उसके साथ रहने का
समा दिल मे संजोते है
कभी अलगाव के भय का
बीज भीअंतर्मन मे बोते है
गैरमौजूदगी तब उसकी
हमे आकुल कर जाती है
आने का इंतजार करके उसका
आँखें व्याकुल हो जाती है
उसके सामने हम तब
अच्छा बनने का यत्न करते है
सबकुछ उनके मन अनुरूप
बदलने का प्रयत्न करते है
सब बाते झूठ और
सपने सच हो जाते है
जब हम किसी के और
वो अपने हो जाते है
©krishan saini viratnagar