Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2021 · 1 min read

प्यार को प्यार ही रहने दो ( प्रेम दिवस पर विशेष )

प्यार को प्यार ही रहने दो ,
प्यार को कोई नाम न दो ।

प्यार खुदा ,प्यार ही भगवान,
प्यार को एक पुजा ही रहने दो ।

प्यार जन्नत का खुशनुमा फूल ,
कागज़ के फूल इसे न बनने दो ।

प्यार का भौतिकता से क्या वास्ता !
प्यार का रूहानी स्वरूप ही रहने दो ।

प्यार ही इंसान को देवता बनाता है,
शर्त बस इतनी खुदी को बुलंद कर दो ।

प्यार तो एक कीमती हीरा है दोस्तों !
संभाल सकते होतो दिल में जगह दो ।

प्यार मांगे त्याग,सब्र और विवेक ,
वो अगर परीक्षा भी लेना चाहे तो दो ।

प्यार के बिना जहां का कोई वजूद नहीं,
कण कण में,हर जीव में है सभी को बाँट दो ।

प्यार चाहे किसी को भी दो ,मगर याद रहे ,
इंसा ,प्रकृति या भगवान ,पूरे ईमान से दो ।

प्यार को प्यार ही रहने दो न दो कोई नाम ,
भावो इस पवित्र गंगा को अविरल बहने दो।

Language: Hindi
5 Likes · 10 Comments · 440 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
तेरी यादों के आईने को
तेरी यादों के आईने को
Atul "Krishn"
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
Shakil Alam
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
“तब्दीलियां” ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
या इलाही फ़ैसला कर दे….
या इलाही फ़ैसला कर दे….
parvez khan
दिखता अगर फ़लक पे तो हम सोचते भी कुछ
दिखता अगर फ़लक पे तो हम सोचते भी कुछ
Shweta Soni
हम उन्हें कितना भी मनाले
हम उन्हें कितना भी मनाले
The_dk_poetry
कावड़ियों की धूम है,
कावड़ियों की धूम है,
manjula chauhan
राजनीती
राजनीती
Bodhisatva kastooriya
ज़िंदगी तो ज़िंदगी
ज़िंदगी तो ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
मैं बहुतों की उम्मीद हूँ
मैं बहुतों की उम्मीद हूँ
ruby kumari
*मै भारत देश आजाद हां*
*मै भारत देश आजाद हां*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बस तुम
बस तुम
Rashmi Ranjan
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
Dr.Rashmi Mishra
तुम जो आसमान से
तुम जो आसमान से
SHAMA PARVEEN
बड़े होते बच्चे
बड़े होते बच्चे
Manu Vashistha
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
माफ करना, कुछ मत कहना
माफ करना, कुछ मत कहना
gurudeenverma198
आज के दौर
आज के दौर
$úDhÁ MãÚ₹Yá
कुछ चूहे थे मस्त बडे
कुछ चूहे थे मस्त बडे
Vindhya Prakash Mishra
"बहुत है"
Dr. Kishan tandon kranti
चौथापन
चौथापन
Sanjay ' शून्य'
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
Johnny Ahmed 'क़ैस'
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
*****श्राद्ध कर्म*****
*****श्राद्ध कर्म*****
Kavita Chouhan
भूख
भूख
RAKESH RAKESH
रमेशराज के 7 मुक्तक
रमेशराज के 7 मुक्तक
कवि रमेशराज
अरे ये कौन नेता हैं, न आना बात में इनकी।
अरे ये कौन नेता हैं, न आना बात में इनकी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...