Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2021 · 1 min read

प्यार की बरसात

दीपक बन जलता रहा (गजल)
***** 222 222 221 2 *****
**************************

तन भीगा भीगा मन सूखा रहा,
सावन में भी साजन रूठा रहा।

जहरी बन कर विष को पीता रहा,
कड़वे विष का भी रस मीठा रहा।

मय को पीकर मैं मयकश भी बना,
महफ़िल में दिलजानी रूखा रहा।

बारिश बूंदें गीला कर ना सकी,
बरसाती मौसम में प्यासा रहा।

मनसीरत मन ही मन चाहे तुझे,
नफरत में दीपक बन जलता रहा।
**************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 1 Comment · 235 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
Dr. Harvinder Singh Bakshi
साल भर पहले
साल भर पहले
ruby kumari
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
घर-घर तिरंगा
घर-घर तिरंगा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
4448.*पूर्णिका*
4448.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
Monika Arora
मेरे जीवन में जो कमी है
मेरे जीवन में जो कमी है
Sonam Puneet Dubey
Tum ibadat ka mauka to do,
Tum ibadat ka mauka to do,
Sakshi Tripathi
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*तारे (बाल कविता)*
*तारे (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आचार्य शुक्ल के उच्च काव्य-लक्षण
आचार्य शुक्ल के उच्च काव्य-लक्षण
कवि रमेशराज
शीर्षक - चाय
शीर्षक - चाय
Neeraj Agarwal
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
बन्दे   तेरी   बन्दगी  ,कौन   करेगा   यार ।
बन्दे तेरी बन्दगी ,कौन करेगा यार ।
sushil sarna
शीतलहर
शीतलहर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कट्टर ईमानदार हूं
कट्टर ईमानदार हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सृजन
सृजन
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल(ज़िंदगी लगती ग़ज़ल सी प्यार में)
ग़ज़ल(ज़िंदगी लगती ग़ज़ल सी प्यार में)
डॉक्टर रागिनी
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
सोचके बत्तिहर बुत्ताएल लोकके व्यवहार अंधा होइछ, ढल-फुँनगी पर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#आदरांजलि
#आदरांजलि
*प्रणय प्रभात*
चोट
चोट
आकांक्षा राय
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
इंजी. संजय श्रीवास्तव
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
Dr Archana Gupta
क्या हुआ यदि हार गए तुम ,कुछ सपने ही तो टूट गए
क्या हुआ यदि हार गए तुम ,कुछ सपने ही तो टूट गए
पूर्वार्थ
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
गुस्सा
गुस्सा
Sûrëkhâ
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
लगाओ पता इसमें दोष है किसका
लगाओ पता इसमें दोष है किसका
gurudeenverma198
Loading...