प्यार का वरदान
अनदेखी राह पर चल रहा हूं,
संध्या के सूर्य सा ढ़ल रहा हूं,
पीड़ा भरी है राह मेरी,
तुम इसे विराम दो।
प्यार का वरदान दो।
ह्रदय मेरा जल रहा है,
मोम सा पिघल रहा है,
दिल में मेरे बड़ी जलन है,
तुम इसे आराम दो।
प्यार का वरदान दो।
यह कहानी चल रही है,
बिना अर्थ के पल रही है,
दिखता नहीं है अंत इसका,
तुम इसे अंजाम दो ।
प्यार का वरदान दो।
गहरी खाई में फस गया हूं,
ख्वाबों के लोक में बस गया हूं,
एक डोर ने मुझे बांध रखा है,
तुम इसे कोई नाम दो।
प्यार का वरदान दो।
लफ्ज़ खाली लिख रहा हूं,
बेतार नीरस दिख रहा हूं,
तुम मुझे लयबद्ध कर दो,
प्रेम का मधु गान दो।
प्यार का वरदान दो।