प्यार का बंधन !
क्या है? प्यार का बंधन !
खुशी और गम का होता संगम जहाँ,
खूबसूरती से बनता आशिया जहाँ,
खुशियों के दामन में छलकता रहे सांझ जहाँ…….
क्या है? प्यार का बंधन !
कहते हैं प्यार से बढ़ कर दुनिया में कोई चाहत नहीं,
प्यार से बढ़ कर कोई इबारत नहीं,
प्यार को तोड़ दे ऐसी ताक़त नहीं……
क्या है? प्यार का बंधन !
जब देखा तुम्हें पहली बार तो एहसास हुआ, क्या है प्यार!
भैया-भाभी…
दो आत्माओं का मिलन हो तुम,
गीतों की झंकार हो तुम,
फूलों की महक हो तुम,
चांदनी रात थी, सावन की ठंडी फुहारों के बीच थी शहनाई की गूंज,
तुम दोनों के मन में थी एक नई उमंग की गूंज,
हिलोरें लेने लगी नई रिश्तों की गूंज,
बंध गए तुम दोनों प्यार के बंधन में,
प्यार समर्पण के भाव से संभाला हर रिश्ते को,
ख्वाबों की हक़ीक़त बयां करती तुम्हारे प्यार को,
भैया-भाभी…..
दो दिलों का संगम है, प्यार
विश्वास और आत्मसमर्पण है, प्यार
अनंत संभावनाओं का आधार है, प्यार
मुस्कुराने लगती है बागिया ,जब आता यह दिन हर साल,
तुम्हारा रिश्ता कह जाता बहुत कुछ,
हाँ यहीं तो है प्यार!
25 वीं शादी की सालगिरह मुबारक हो….भैया-भाभी