प्यार का चिराग
हमारे रिश्तो के चिराग में तेल कम था।
क्यों गिला करे हम हवा से
जब हमारे रिश्तो मे प्यार कम था।
बुझना था इसे एक न एक दिन ।।
कारण किसी न किसी को बनना था।
शायद हमारे तकदीर मे था लिखा ऐसा।।
आज नही तो कल इसे होना था।
नही है गिला तुमसे ,नही कोई शिकायत है।।
शायद हमारे प्यार मे ही कुछ कमी थी
शायद हमारे प्यार मे वह कसक नही थी।।
जो तुम्हारे अरमानो पर हम खड़ा उतर पाए।
हमने कोशिश तो बहुत की थी।।
पर शायद हम तुम्हारे दिल तक पहुँच नही पाए।
शायद हमारे प्यार वो बात नही थी।।
जो तुम्हारे दिल को भाए
वह खुशबू हमारे प्यार मे नही थी
जो तुम्हारे दिल को छू पाए।
शायद हमारे ••••••
अनामिका