प्यारी होती है माँ
अनमोल से भी अनमोल होती है माँ ,
बच्चे को चोट लगने पर रोती है माँ।
क्या कहे इन्हें इतना प्यार दिखाती है माँ ,
भगवान का दूसरा रूप कहलाती है माँ।
बच्चे की खुशी में खुश हो जाती है माँ,
बच्चे को गले लगाकर उसके दुखो को भुलाती है माँ।
गलती पर डांट कर समझाती है माँ,
गुस्सा होने पर बच्चे को फिर अपना स्नेह दिखाती है माँ ।
कभी माँ , कभी पत्नी ,कभी बेटी कितने रूप बनाती है माँ,
पर आखिर कार बच्चो की आह से मरकर भी जिन्दा हो जाती है माँ।
सबसे प्यारा तोहफा बच्चे का होती है माँ ,
बहुत भाग्यशाली है वो इंसान जिसके नसीब होती है माँ।
बबीता शेखावत
ममेरा रोड,ऐलनाबाद