पैसा
किसके लिए कौन कितना वक्त देता है
अब कोई याद नहीं करता है।
चंद पैसों में खरीदी गई चीजों को
दिल से लगाकर रखता है।।
शिव प्रताप लोधी
किसके लिए कौन कितना वक्त देता है
अब कोई याद नहीं करता है।
चंद पैसों में खरीदी गई चीजों को
दिल से लगाकर रखता है।।
शिव प्रताप लोधी