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8 Dec 2021 · 2 min read

पैमाना !

पैमाना कितना !
मुझ इंसान के गमो का ,
कितना होगा पैमाना?
जिंदगी तो है बस चंद सांसो की ,
मगर दर्द उनमें है सबसे जाएदा.
क्या पहले कम थे ,
या अब ज्यदा है .
टीस जो उठा करती है
वेदना के साथ .
शायद पहले इतनी नहीं थी .
अब उठने लगी है धीरे -धीरे.
घुटन भी पहले से बढने लगी है.
जो पहले कम थी . या कभी महसूस नहीं हुई .
क्योंकि होती थी जब पहले कभी घुटन ,
तो घर से बाहर चले जाते थे .
ठंडी हवा में साँस लेने .
और नया जोश कहीं से भर लाया करते थे.
मगर अब कहीं नहीं जा सकते.
कदम जो बांध दिए गए हैं हमारे ,
तभी ,हां तभी घुटन का एहसास जाएदा होने लगा है.
उड़ना चाहते है उड़ नहीं सकते .
मन थका हुआ है और आशाओं के पंख घायल हैं.
मन पहले ज्यदा उड़ता था पंख लगा कर ,
क्योंकि उड़ सकता था
अब कैसे ! न मुमकिन है .
मन में अब उड़ने की लालसा
ख़त्म सी हो गयी है.
अब तो बस मेरे बेशुमार अश्क है और एक नोट बुक .
जिसमें लिखते हैं अपने दर्द की कहानी .
आंसुओं से ही .
मगर यह दास्ताँ चलेगी कब तक ?
हमारे होंठो पर तबस्सुम का पैमाना भी .
कम है .बहुत कम है इतना की
महसूस होता है की हमें मुस्कुराये जैसे सदियाँ गुज़र गयीं.
हमें तो यह भी नहीं मालूम की
की हमारी मंजिल कहाँ है ?
मिलेगी भी या नहीं
खवाब तो बहुत देखती है आँखें .
मगर यह आँखें अपने ख्वाबों की ताबीर नहीं देख सकती
क्योंकि मंजिल और ख्वाबों के बीच

दिवार खड़ी है .

हमारी कम-नसीबी जो खडी है हमारे दरम्यान.

हमारी जिंदगी में जो थी तन्हाई .

क्यों लगती थी पहले इतनी बोझिल !

अब उसकी बड़ी याद आती है .

उसकी कमी बड़ी सालती है.

अब ! जब एक तूफान सा छा जाता है ज़हन में .

जो दिल के साथ-साथ पुरे वजूद को हिला देता है.

ऐसे में खुद को सँभालने के लिए

तन्हाई की तो बहुत ज्यदा ज़रूरत पड़ती है.

इस बाज़ार-ऐ-दुनिया में .

जहाँ अनचाहे रिश्तों का ,

कहकहों का ,

नुक्ताचिनियों का.

आरोप-प्रत्यारोप का शोर सा है .

बहुत ज़ायेदा कर्कशता और मीठी धुन है बहुत कम.

हम है यहाँ बहुत घबराये हुए से ,

और कुछ पगलाए हुए से.

क्या इस बाज़ार की कोई हद है?

चंद सांसे और इतना ज़ायेदा दर्द का अफसाना!

कितना है यह पैमाना!

और कितनी है बे-इंसाफी !

नहीं कम हो सकता अगर यह पैमाना .

तो बस एक तन्हाई की मात्र बड़ा दो .

हमें हमारी तन्हाई वापिस कर दो .

हम इसी पैमाने से संतोष कर लेंगे.

अब हम देखेंगे ! तुम्हारे पास है

जिगर का पैमाना कितना!

Language: Hindi
1 Like · 309 Views
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