पेड़ लगाओ
******* पेड़ लगाओ ********
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आओ मिल जुल कर पेड़ लगाएं,
धरती को निर्मल,मनोरम बनाएं।
तरुवर शीतल घनी छाया हैं देते,
पग पग पर तरु लगाते ही जाएं।
पेड़ बचाओ कभी मत कटवाओ,
वृक्षारोपण से वसुधा को सजाएं।
मानव मन बन गया बहुत शैतानी,
एक दूसरे को रहते रहें समझाएं।
घर आँगन की रौनक रहें बनते,
घर और बाहर खूब पेड़ उगाएं।
इंसान बनो मत बनो तुम हैवान,
प्राकृतिक रूप की शोभा बढ़ाएं।
आयुर्वेदिक दवाओं से भरे हुए,
अंग्रेजी दवाओं को दूर भगाएं।
जीने के लिए शुद्ध वायु हैं देते,
पेड़ लगा के ऑक्सीजन बढ़ाएं।
हरियाली मन को सदा है भाती,
हरा भरा सूंदर सा संसार बनाएं।
मनसीरत कोरोना काल भयंकर,
दरख्तों से अपना जीवन बचाएं।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)