पेंशन दे दो,
👀पेंशन देदो काय तन्गा रये👀
तुमरी बातों में हम आगये,
फिर लगो का खूब ठगा गये,,
हम चड्डी के चड्डी में रह गये,
नेताजी बंडी फंसा के आगये,,
हमें पुरानी पेंशन देने में रो रहे,
खुद तो पीढ़ी से पेंशन पारये,,
खड्डा कच्ची सड़क वही है,
पर उनके नये वाहन आरये,,
जनता जकड़ी गई महंगाई में,
सब कुछ साब फ्री को खारये,,
Manu Std विनीता मनु मानक लाल मनु ✍️🙏