“पूत कपूत तो क्या धन संचय, पूत सपूत तो क्या धन संचय” अर्थात
“पूत कपूत तो क्या धन संचय, पूत सपूत तो क्या धन संचय” अर्थात आपका बच्चा सपूत है, यानी योग्य, समझदार, और ज़िम्मेदार है, तो आपको उसके लिए धन जमा करने की ज़रूरत नहीं है, वहीं, अगर आपका बच्चा कपूत है, यानी गैर-ज़िम्मेदार, आलसी, या गलत रास्ते पर है, तो भी धन जमा करने का कोई मतलब नहीं है…🙏🏃🏻संस्कार देते रहिए। अब हमारे समक्ष सबसे बड़ी चुनौती नई पीढ़ी को उनकी सामाजिक जिम्मेदारियों से अवगत कराना है और उनके कर्तव्यबोध का उनको ज्ञान कराना है। संस्कारों की लड़ाई है जीतना जरूरी है। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम् …भारत माता की जय 🚭‼️