!! पुलिस अर्थात रक्षक !!
जनता की रक्षा करने को, इन सबने कसमे खाई हैं
कैसे की जाती है रक्षा, इसकी छवि दिखाई है
ले – देकर सब समझौता करते, ऐसी नीति अपनाई है
धर्म, न्याय, कानून व्यवस्था, इन सबकी खिल्ली उड़ाई है
नेता, चोर – उचक्कों सब से, अपनी तरकीब भिड़ाई है
सत्य को फिर शर्मिंदा करके, झूठ को जीत दिलाई है
दुःखी, दीन और बेसुध जनता से लूटी सबने कमाई है
ले – देकर सब समझौता करते, ऐसी नीति अपनाई है
देश, राज्य की आन बान को, इन सब ने कसमे खाई हैं
कैसे की जाती है रक्षा, इसकी छवि दिखाई है ।
!! आकाशवाणी !!