Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

“पुरानी तस्वीरें”

उन पुराने दिनों में ज़िन्दगी बेफिक्र थी,
दोस्तों का साथ था, यारों की महफ़िल थी,
चेहरे पे झूठी नहीं सच्ची मुस्कुराहट थी,
क्यूंकि झूठी मुस्कुराहट लिए घूमें ऐसी कोई वजह भी ना थी,
फ़िर वही मुस्कुराहट इन तस्वीरों में हमेशा के लिए कैद हो गई, और ज़िन्दगी भर की यादें बन गई।
“लोहित टम्टा”

135 Views

You may also like these posts

रास्तों पर नुकीले पत्थर भी हैं
रास्तों पर नुकीले पत्थर भी हैं
Atul "Krishn"
मेरी (ग्राम) पीड़ा
मेरी (ग्राम) पीड़ा
Er.Navaneet R Shandily
रोजालिण्ड बनाम डेसडिमोना
रोजालिण्ड बनाम डेसडिमोना
Saraswati Bajpai
"शहनाई की गूंज"
Dr. Kishan tandon kranti
खड़ा चुनावों में है जो उसमें  , शरीफ- गुंडे का मेल देखो   (म
खड़ा चुनावों में है जो उसमें , शरीफ- गुंडे का मेल देखो (म
Ravi Prakash
"समय बहुत बलवान होता है"
Ajit Kumar "Karn"
जहर मे भी इतना जहर नही होता है,
जहर मे भी इतना जहर नही होता है,
Ranjeet kumar patre
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
गिरावट
गिरावट
Khajan Singh Nain
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
आज़ यूं जो तुम इतने इतरा रहे हो...
आज़ यूं जो तुम इतने इतरा रहे हो...
Keshav kishor Kumar
बहरूपिया
बहरूपिया
Pushpraj Anant
एक उड़ती चिड़िया बोली
एक उड़ती चिड़िया बोली
डॉ. दीपक बवेजा
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
Ritu Asooja
*Rising Sun*
*Rising Sun*
Veneeta Narula
उर से तुमको दूंँ निर्वासन।
उर से तुमको दूंँ निर्वासन।
दीपक झा रुद्रा
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
Arghyadeep Chakraborty
Forget and Forgive Solve Many Problems
Forget and Forgive Solve Many Problems
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
कल
कल "धनतेरस" पर घोर मंहगाई के बाद भी मैंने "सोने" की पांच चीज़
*प्रणय*
इन दरख्तों को ना उखाड़ो
इन दरख्तों को ना उखाड़ो
VINOD CHAUHAN
नहीं हम हैं वैसे, जो कि तरसे तुमको
नहीं हम हैं वैसे, जो कि तरसे तुमको
gurudeenverma198
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
Vijay kumar Pandey
कनक मंजरी छंद
कनक मंजरी छंद
Rambali Mishra
प्रतियोगिता के जमाने में ,
प्रतियोगिता के जमाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
शिकायते बहुत हीं मुझे खुद से ,
शिकायते बहुत हीं मुझे खुद से ,
Manisha Wandhare
दर्द कितने रहे हों, दर्द कितने सहे हों।
दर्द कितने रहे हों, दर्द कितने सहे हों।
श्याम सांवरा
उजला चमकता चेहरा
उजला चमकता चेहरा
Chitra Bisht
Loading...