Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2023 · 1 min read

23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

23/141.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 जेन खोजबे तेन मिलही🌷
2121 22 122
जेन खोजबे तेन मिलही ।
आज देख वन टेन मिलही।।
मार पीट हा खेल होगे।
रोत गात फेन मिलही ।।
काम धाम मा तै लगे रा।
बस हिसाब रख पेन मिलही ।।
कोन बदलही हमर मनला।
फकत लेन अउ देन मिलही।।
देत लेत खेदू मया ला।
जान ले सुघ्घर नैन मिलही ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-11-2023बुधवार

170 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#जय_सियाराम
#जय_सियाराम
*Author प्रणय प्रभात*
*समृद्ध भारत बनायें*
*समृद्ध भारत बनायें*
Poonam Matia
घूँघट के पार
घूँघट के पार
लक्ष्मी सिंह
"दोस्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो रे सुनो तुम यह मतदाताओं
सुनो रे सुनो तुम यह मतदाताओं
gurudeenverma198
दोहा -स्वागत
दोहा -स्वागत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
शेखर सिंह
आज  मेरा कल तेरा है
आज मेरा कल तेरा है
Harminder Kaur
अमूक दोस्त ।
अमूक दोस्त ।
SATPAL CHAUHAN
पुस्तक
पुस्तक
Vedha Singh
हिंदी शायरी संग्रह
हिंदी शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
आसां  है  चाहना  पाना मुमकिन नहीं !
आसां है चाहना पाना मुमकिन नहीं !
Sushmita Singh
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
वीर हनुमान
वीर हनुमान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आईना
आईना
Dr Parveen Thakur
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*अपने बाल खींच कर रोती (बाल कविता)*
*अपने बाल खींच कर रोती (बाल कविता)*
Ravi Prakash
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
* नहीं पिघलते *
* नहीं पिघलते *
surenderpal vaidya
गांव - माँ का मंदिर
गांव - माँ का मंदिर
नवीन जोशी 'नवल'
मुझे वो एक शख्स चाहिये ओर उसके अलावा मुझे ओर किसी का होना भी
मुझे वो एक शख्स चाहिये ओर उसके अलावा मुझे ओर किसी का होना भी
yuvraj gautam
मासूमियत
मासूमियत
Surinder blackpen
तुम याद आए
तुम याद आए
Rashmi Sanjay
2533.पूर्णिका
2533.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरे अल्फाज याद रखना
मेरे अल्फाज याद रखना
VINOD CHAUHAN
ऐ ज़ालिम....!
ऐ ज़ालिम....!
Srishty Bansal
ख़राब आदमी
ख़राब आदमी
Dr MusafiR BaithA
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
There are seasonal friends. We meet them for just a period o
पूर्वार्थ
Loading...