पुनर्विवाह
आज अँधेरी गलियों मे
किसी ने फिर आवाज लगाई है
बरसों पहले जो टूट चूँकि थी
पति के इस दुनिया के छोड़ जाने पर
आज उस दिल पर किसी ने
फिर से दस्तक दी है
आज खामोशी ने लगता है
फिर से अपनी चुप्पी तोड़ी है
अपने दर्द का करने को बयान
फिर से अँगराई लेकर उमड़ी है
आज फिर कोई पुराना
जख्म कुरेदा जाएगा
फिर आँसु के धारो से
उसका आँचल भीग जाएगा
अच्छा है उसके लिए आज
उसका दर्द हल्का हो जाएगा
रोने के लिए उस बेचारी को
एक कंधा मिल जाएगा
कोई तो आकर उसके जीवन का
दर्द चुरा ले जाएगा
उसके साथ ब्याह रचाकर
उसके जीवन मे खुशियाँ लौटा पाएगा
उसके अँधेरे जीवन मे
फिर से उजाला आएगा
चलो एक बार फिर से उसको
जीने का मतलब मिल जाएगा
चलो एक बार फिर से उसका
जीवन सँवर जाएगा।
अनामिका