Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2019 · 1 min read

पी के माँ का दूध कुछ…….

काफिया : आर
वज्न : २१२२_२१२२_२१२२

मैंने ढूढ़ा एक कई सरकार निकले //
पी के माँ का दूध कुछ गद्दार निकले //

छिप के पल्लू में जो रहते थे सुकूं से,,
वो बड़े ही जञ्गली खूँखार निकले //

जिन्हें सिर आँखों बिठाके पूजते हैं,,
अब वही बेकार….रिश्तेदार निकले //

रहनुमाओं को सुना है हर दफे ही,,
पर जुबाँ से तीर-ए-औज़ार निकले //

बोल मोहब्बत के हम हर बार बोले,,
देखिए चतुराई, वो यय्यार निकले //

=============
दिनेश एल० “जैहिंद”
24. 01. 2019

2 Likes · 337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शब्दों से कविता नहीं बनती
शब्दों से कविता नहीं बनती
Arun Prasad
उमंग
उमंग
Akash Yadav
.......…राखी का पर्व.......
.......…राखी का पर्व.......
Mohan Tiwari
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
Ravi Yadav
4013.💐 *पूर्णिका* 💐
4013.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
घर :
घर :
sushil sarna
कन्या भ्रूण हत्या
कन्या भ्रूण हत्या
Sudhir srivastava
ज़िंदा एहसास
ज़िंदा एहसास
Shyam Sundar Subramanian
है वक़्त बड़ा शातिर
है वक़्त बड़ा शातिर
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
खुशनसीब
खुशनसीब
Bodhisatva kastooriya
झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात।
झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात।
Arvind trivedi
*घड़ी दिखाई (बाल कविता)*
*घड़ी दिखाई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
लक्ष्मी सिंह
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
इंसान चाहे कितना ही आम हो..!!
शेखर सिंह
वो कड़वी हक़ीक़त
वो कड़वी हक़ीक़त
पूर्वार्थ
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
#तेवरी (हिंदी ग़ज़ल)
#तेवरी (हिंदी ग़ज़ल)
*प्रणय*
अभी कहाँ विश्रांति, कार्य हैं बहुत अधूरा।
अभी कहाँ विश्रांति, कार्य हैं बहुत अधूरा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एहसास
एहसास
Dr fauzia Naseem shad
*बिरहा की रात*
*बिरहा की रात*
Pushpraj Anant
जीवन में,
जीवन में,
नेताम आर सी
यज्ञोपवीत
यज्ञोपवीत
SHASHANK TRIVEDI
सितमज़रीफ़ी
सितमज़रीफ़ी
Atul "Krishn"
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज बेरोजगारों की पहली सफ़ में बैठे हैं
आज बेरोजगारों की पहली सफ़ में बैठे हैं
गुमनाम 'बाबा'
जब से यार सलूक
जब से यार सलूक
RAMESH SHARMA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
कर्मफल
कर्मफल
मनोज कर्ण
संवेदना मर रही
संवेदना मर रही
Ritu Asooja
एक लेख
एक लेख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...