Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2021 · 1 min read

*”पितृ देव”*

“पितृ देव”
पूर्वजों की छत्रछाया में पले ,
पितरों की याद में नीर बहे।
विदा हो गए जो इस जीवन से,
सुखद पलों के लम्हें सांझ ढले।
प्रेम तपस्या संघर्ष बलिदानी को ,
आजीवन अमर कहानी उनकी कहे।
भींगी पलकों से बिछुड़े परिजनों को,
जलांजलि तर्पण कर हाथ जोड़ नमन अश्रु धारा जल बहे।
सुख संपत्ति शांति मय जीवन ,
कृपा दृष्टि दया आशीष वचन कहे।
नक्षत्रों से उतर आए पूर्वज सुख सौभाग्य का वरदान हमें मिले।
जीवन का काज संवारे उनके नाम से जुड़े हैं हम संतान वो हमारे रखवाले।
*”देवताभ्यः पितृमपश्च महायोगिभ्यः च,
नमः स्वधायै स्वाहायै नित्यमेव नमो नमः”*
*देवताओं ,पितरों ,महायोगिनियों,
स्वधा और स्वाहा को मेरा सर्वदा नमस्कार है नमस्कार है;*
सर्व पितृ देवताभ्यो नमः???
शशिकला व्यास✍️

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 608 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*
*"घंटी"*
Shashi kala vyas
इतना कभी ना खींचिए कि
इतना कभी ना खींचिए कि
Paras Nath Jha
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
" सूरज "
Dr. Kishan tandon kranti
हरिगीतिका छंद
हरिगीतिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
Ranjeet kumar patre
“Mistake”
“Mistake”
पूर्वार्थ
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Ishq ke panne par naam tera likh dia,
Chinkey Jain
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
शिव प्रताप लोधी
दोस्त
दोस्त
Pratibha Pandey
जिंदगी है बहुत अनमोल
जिंदगी है बहुत अनमोल
gurudeenverma198
Blac is dark
Blac is dark
Neeraj Agarwal
कर्णधार
कर्णधार
Shyam Sundar Subramanian
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रकृति
प्रकृति
Monika Verma
डोमिन ।
डोमिन ।
Acharya Rama Nand Mandal
*जीवन को मात है (घनाक्षरी)*
*जीवन को मात है (घनाक्षरी)*
Ravi Prakash
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
~~तीन~~
~~तीन~~
Dr. Vaishali Verma
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो
सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो
आर.एस. 'प्रीतम'
।2508.पूर्णिका
।2508.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कर रही हूँ इंतज़ार
कर रही हूँ इंतज़ार
Rashmi Ranjan
निरीह गौरया
निरीह गौरया
Dr.Pratibha Prakash
#ऐसे_समझिए...
#ऐसे_समझिए...
*प्रणय प्रभात*
युग युवा
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
Vandna Thakur
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
Bhupendra Rawat
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
ज़माने की निगाहों से कैसे तुझपे एतबार करु।
Phool gufran
Loading...