पिता
आसमान से ऊंचा सिर हैं,
जिसकी दौलत अपना घर हैं,
रात को जागे और यही सोंचे,
बच्चों का कल कैसा होगा,
आज करूं मैं कल दिख जाए,
मैरे बच्चे नाम कमाए,
पिता छाती धीर धरे और मां के आंसू आए,
नहीं दिखें पिता रोना रोय चुप जाए,
कौन करेगा बराबरी पिता महा महान हैं,
जिसकी दौलत अपना घर हैं,
आसमान ऊंचा सिर हैं,
जाए दिन और रात कमाएं बच्चों का संसार,
करें हमारी जरूरतें पूरी पिता वही अवतार हैं,।
हम कहें उनसें लादे जल्द से,।