पिता मेंरे प्राण
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पालन हारा, सर्व दुख हारा
सर्वसुख प्रदाता पिता
दो अक्षरों , का लघु शब्द
मेरे लिए जगत पिता से
कम नहीं है जिनकेगुण
अंश संस्कार और,, प्राण
अवगाहन , करती देह
याद दिलाती आपकी
आप को इ और नहीं
में रे पिता आदि से
लेकर अंत तक मुझ
में प्रतिबिंबित सदा।