पिता के लिए
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पिता की छाया होती है।
पिता का कंधा होता है।
पिता का हौसला होता है।
पिता की डांट होती है।
पिता का क्रोध होता है।
पिता की शिक्षा होती है।
पिता का मार्गदर्शन होता है।
पिता का भरोसा होता है।
पिता का संकल्प होता है।
पिता का सुख होता है।
पिता का ढाढ़स होता है।
पिता की अंगुली होती है।
पिता का पद-चिन्ह होता है।
पिता का सुंदर स्वर होता है।
पिता के बाजुओं की शक्ति होती है।
पिता के पैरों की गति होती है।
पिता की दूरदृष्टि होती है।
पिता का संघर्ष होता है।
पिता का लड़ा हुआ युद्ध होता है।
पिता की विजय व पराजय होती है।
पिता का हास और रुदन होता है।
पिता का पलायन होता है।
पिता का विरोध होता है।
पिता में आतुरता होती है।
पिता में निरंतरता होती है।
पिता में पूर्वज होते हैं।
पिता में आकांक्षा होती है।
पिता में अपेक्षा होती है।
पिता में सुख बांटने की लालसा होती है।
पिता नेतृत्व का पर्याय है।
मैं तो अपने ही कंधे पर उचक कर
चढ़ा हुआ पिता हूँ।
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