पिता के कदमों में चारो धाम हैं
पिता के कदमों में चारो धाम हैं।
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पिता घर के आसमान हैं
पिता परिवार के शान हैं
पिता बच्चों के अरमान हैं
पिता बहुत मूल्यवान हैं ।
पिता जीवन के संचित ज्ञान हैं
पिता समाज के मान हैं
पिता संतानों के धनवान हैं
पिता के कदमों चारो धाम हैं
पिता मेहनत करते हैं
पिता तकलीफ को सहते हैं
पिता आशीर्वचन ही देते हैं
दुनियाँ दूसरे भगवान कहते हैं
पिता संस्कारों के बीज बोते हैं
पिता अनुशासन प्रिय होते है
पिता सिंधु-सा गंभीर होते हैं
पिता मुश्किलों में वीर होते हैं । ।
नेतलाल यादव ।
पता – चरघरा नावाडीह, पंचायत-जरीडीह, थाना-जमुआ ,जिला-गिरिडीह (झारखंड)