Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2022 · 1 min read

पिता का सपना

अपने बच्चों में
मैं अपना भविष्य
सजाता हूंँ,
अपने अधूरे सपने
पूरे करने की आस
संजोता हूंँ,
एक चमकदार पत्थर को
कोहिनूर की तरह
तराशता हूंँ,
उनका बढ़ना, पढ़ना, खेलना,
बड़े शिद्दत से
निहारता हूंँ,
कभी पड़ जाएँ बीमार,
उनके सिरहाने में पूरी रात,
गुजारता हूंँ,
याद आते पिताजी,
जिनका था मैं सपना, यह सोच खुद को
धिक्कारता हूंँ,
क्या पूरा किया उनका सपना?
मन में यह सवाल, बारम्बार
दुहराता हूंँ।

श्री रमण
बेगूसराय

14 Likes · 18 Comments · 498 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
View all
You may also like:
हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी।
हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
परोपकार
परोपकार
Neeraj Agarwal
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
For a thought, you're eternity
For a thought, you're eternity
पूर्वार्थ
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
Rituraj shivem verma
चींटी रानी
चींटी रानी
Manu Vashistha
Let your thoughts
Let your thoughts
Dhriti Mishra
"धुएँ में जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
Neelam Sharma
Upon waking up, oh, what do I see?!!
Upon waking up, oh, what do I see?!!
R. H. SRIDEVI
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
बुंदेली दोहे-फदाली
बुंदेली दोहे-फदाली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3000.*पूर्णिका*
3000.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पतंग
पतंग
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर ।
Arvind trivedi
यह  सिक्वेल बनाने का ,
यह सिक्वेल बनाने का ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"मेरी जिम्मेदारी "
Pushpraj Anant
तक़दीर शून्य का जखीरा है
तक़दीर शून्य का जखीरा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
VINOD CHAUHAN
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
देता है अच्छा सबक़,
देता है अच्छा सबक़,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उम्मीद -ए- दिल
उम्मीद -ए- दिल
Shyam Sundar Subramanian
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
Neelofar Khan
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
शिक्षा
शिक्षा
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
अच्छा है कि प्रकृति और जंतुओं में दिमाग़ नहीं है
अच्छा है कि प्रकृति और जंतुओं में दिमाग़ नहीं है
Sonam Puneet Dubey
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...