पिता अभिमान हैं
पिता अभिमान है
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पिता परिवार की रौनक है,
बच्चों की हिम्मत और साहस है,
मां के माथे का वो ताज है!
उनसे ही जीवन खुशहाल है।।
हर परेशानी में वो,बन जाते सारथी हैं,
दीन दुखियों ,गरीबों के महारथी है।
अरमानों को पूरा कर,खुशियां देते है,
पिता की जगत में ,इस से मिसाल है।।
संघर्षं भरे जीवन में, हिमालय
बन खड़े हैं।
बच्चों का अभिमान और,
गौरव हैं,
मां धरा तो पिता आसमान है!
हम सभी बच्चों के लिए—
वो भगवान है!!!!
सुषमा सिंह *उर्मि,,
कानपुर