Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2021 · 1 min read

” पावस-पावनि “

वर दे, “पावस-पावनि”, वर दे..!

रिमझिम सावन, मस्त फुहारों से बरबस,
मन को भी, तन सँग पुलकित कर दे।
इन्द्र धनुष से स्वप्न, समाहित हो जाएँ,
दु:ख, कष्ट, पल मेँ ही सब, विस्मृत कर दे।।
वर दे, “पावस-पावनि”, वर दे…!

शस्य श्यामला, शोभित धरती हो जाए,
एक बार जी भर, जल-थल कर दे।
पशु-पक्षी, तृष्णा से हैं बेहाल हुए,
कण-कण मेँ, सँतृप्ति भाव भर दे।।
वर दे, “पावस-पावनि”, वर दे…!

दमक, दामिनी, दुति, चपला, रह-रह चमके,
निस्पृह मन मेँ, चाहत की आभा भर दे।
हो विभोर तितलियोँ, वृन्द भ्रमरों के सँग,
मन, मयूर सा नृत्य, सहज कर ले।।
वर दे, “पावस-पावनि”, वर दे…!

ओ मेघा कजरारे, दिखते मतवाले,
विरह व्यथा, प्रियतम को भी कह दे।
दृग सागर हैं, मानो कोई थाह नहीं,
मन मेँ मेरे, कुछ ढाढ़स भर दे।।
वर दे, “पावस-पावनि”, वर दे…!

धुले कालिमा, लुप्त रुदन सब हो जाए,
व्याधि, रुग्णता, जग की सब हर ले।
“आशा”अरु उत्साह, सभी मेँ फिर पनपे,
घृणा, द्वेष, भय दूर सकल कर दे।।
वर दे, “पावस-पावनि”, वर दे…!

——-//——-//——-//——–//——//——-

रचयिता-

Dr.asha kumar rastogi
M.D.(Medicine),DTCD
Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M.9415559964

122 Likes · 275 Comments · 3417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
एक लम्हा भी
एक लम्हा भी
Dr fauzia Naseem shad
दिन  तो  कभी  एक  से  नहीं  होते
दिन तो कभी एक से नहीं होते
shabina. Naaz
संस्कार
संस्कार
Sanjay ' शून्य'
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
तो मेरे साथ चलो।
तो मेरे साथ चलो।
Manisha Manjari
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"पानी-पूरी"
Dr. Kishan tandon kranti
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
मेंहदीं
मेंहदीं
Kumud Srivastava
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
आता जब समय चुनाव का
आता जब समय चुनाव का
Gouri tiwari
"आपके पास यदि धार्मिक अंधविश्वास के विरुद्ध रचनाएँ या विचार
Dr MusafiR BaithA
**** मानव जन धरती पर खेल खिलौना ****
**** मानव जन धरती पर खेल खिलौना ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
🌹 वधु बनके🌹
🌹 वधु बनके🌹
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
VINOD CHAUHAN
```
```
goutam shaw
🌹थम जा जिन्दगी🌹
🌹थम जा जिन्दगी🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
वो चिट्ठियां
वो चिट्ठियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये
क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये
Meenakshi Masoom
*समृद्ध भारत बनायें*
*समृद्ध भारत बनायें*
Poonam Matia
बुदबुदा कर तो देखो
बुदबुदा कर तो देखो
Mahender Singh
उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा।
उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा।
सत्य कुमार प्रेमी
In the middle of the sunflower farm
In the middle of the sunflower farm
Sidhartha Mishra
दर्द आँखों में आँसू  बनने  की बजाय
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
शिव प्रताप लोधी
If you do things the same way you've always done them, you'l
If you do things the same way you've always done them, you'l
Vipin Singh
2526.पूर्णिका
2526.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*दादू के पत्र*
*दादू के पत्र*
Ravi Prakash
Loading...