Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2022 · 1 min read

पारिवारिक बंधन

हमारे ऊपर सदा से ही
रहता परिवार का साया
सपरिप्रेक्ष्य में हमसबों को
देता सहचारिता यहां पर
हमसबों को इस रत्नाभ पे
सतत बंधे रहे इस बंधन में।

कोई न देता सोहबत जहां में
न किसी का कोई होता यहां
जो हमारे अतिशय विद्यमान
सतत रहता प्रायः बहुधा वही
अक्सर हो जाता पृथक हमसे
एकांकी यही बंधन में न होता ।

अगर किसी को हम मानते
स्वजन इस जगत, संसार में
मित्र, सखा हो या कोई सखियां
अक्सर न देता साथ कोई हमारा
परिवारिक सदस्य ही हमें सतत
देता है साथ इस अनूठे जहांन में।

पारिवारिक ही ऐसा होता बंधन
जिसमें न कोई क्लेश न विभीषि
परिवार के सदस्य ही हमसब को
हर अवस्था, हालत में देता साथ
चाहे कितनी भी बड़ी हो उपपाद्य
अंत्य सांस तक करते रक्षा हमारे ।

अमरेश कुमार वर्मा
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार

Language: Hindi
1 Like · 464 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शोर से मौन को
शोर से मौन को
Dr fauzia Naseem shad
अब तो चले आओ कि शाम जा रही है।
अब तो चले आओ कि शाम जा रही है।
Jyoti Roshni
चूहा भी इसलिए मरता है
चूहा भी इसलिए मरता है
शेखर सिंह
यूं न इतराया कर,ये तो बस ‘इत्तेफ़ाक’ है
यूं न इतराया कर,ये तो बस ‘इत्तेफ़ाक’ है
Keshav kishor Kumar
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
आरजू ओ का कारवां गुजरा।
Sahil Ahmad
उम्र
उम्र
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
ऐसा इतवार तो आने से रहा
ऐसा इतवार तो आने से रहा
अरशद रसूल बदायूंनी
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
वर्तमान के युवा शिक्षा में उतनी रुचि नहीं ले रहे जितनी वो री
Rj Anand Prajapati
■ उसकी रज़ा, अपना मज़ा।।
■ उसकी रज़ा, अपना मज़ा।।
*प्रणय*
अग्निवीर
अग्निवीर
ललकार भारद्वाज
उफ ये खुदा ने क्या सूरत बनाई है
उफ ये खुदा ने क्या सूरत बनाई है
Shinde Poonam
रोबोट युगीन पीढ़ी
रोबोट युगीन पीढ़ी
SURYA PRAKASH SHARMA
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
Buddha Prakash
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
पापी मनुष्य
पापी मनुष्य
Rahul Singh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
इश्क़
इश्क़
शिवम "सहज"
जय माँ हंसवाहिनी।
जय माँ हंसवाहिनी।
Priya princess panwar
वो आँखें
वो आँखें
Kshma Urmila
खुल जाता है सुबह उठते ही इसका पिटारा...
खुल जाता है सुबह उठते ही इसका पिटारा...
shabina. Naaz
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
Ranjeet kumar patre
it's a generation of the tired and fluent in silence.
it's a generation of the tired and fluent in silence.
पूर्वार्थ
सजल
सजल
seema sharma
तो जानें...
तो जानें...
Meera Thakur
बेकार बाटे सादगी
बेकार बाटे सादगी
आकाश महेशपुरी
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
Shekhar Chandra Mitra
मानवता
मानवता
विजय कुमार अग्रवाल
"संवेदना"
Dr. Kishan tandon kranti
23/160.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/160.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
Loading...