पापा हमारे
पापा हमारे सबसे प्यारे
जीवन के हैं हमारे रखवाले
खुद ही मुश्किल में रहकर
देते हैं दुनिया के सुख सारे
उनके आगे जग हैं मिथ्या
उन्हीं से हैं मेरी दुनिया
रखतें हैं हम सब को खुद से आगे
दादी मां के है वे आंखों के तारें
मेरे पापा हैं सबसे प्यारे
ऐसे तो हर बच्चों को हैं उनके पापा प्यारे
और पापा के लिए है उनके बच्चे दुलारे
उनसे हैं हर घर में खुशियां
रखतें नहीं अपने बच्चों से इतनी सी भी दुरियां
मगर मेरी दुनिया के हैं वे सुपर हिरों
उनके आगे हैं सब दुनिया ज़ीरो
क्या-क्या नहीं करते हमारे लिये
अपने दुःख को दुःख नहीं समझते
सब में खुशियां सदा हैं बांटते
बेटा-बेटी को एक समान से देखतें
हमारे पापा हैं मन के सच्चे
ना झूठ कभी वें बोलते
ना हमें झूठ के राहें पे चलने देते
हर दम सदा साथ वें चलते
जब-जब हम मुश्किल में होतें
जादू के छड़ी अपना वें घुमाते
चुटकी में हर तकलीफ़ से निकालते
उनसे बड़ा कोई और नहीं
पापा हमारे कमजोर नहीं
पर्वत सा अटल हैं वें
मेरी जान, मेरी दुनिया हैं वें
नीतू साह(हुसेना बंगरा) सीवान-बिहार