पापा तुम चांद हो
पापा तुम चांद हो
——————-
पापा तुम चांद का प्रकाश हो,
तुमसे ही घर रोशन है।
मां धरा तो तुम आसमान हो,
तुमसे ही घर खुशहाल हैं।
हम सबके लिए तपते अपनी
परवाह नहीं—–
मेहनत करते पसीना टपके ,
फिर भी कोई शिक़ायत नहीं।
हम बच्चे खुश हैं बहुत,
पाकर सानिध्य तुम्हारा!
पापा तुम जीवन में देना,
सदा साथ हमारा!!
हमारी दुनिया के आप ही चांद हैं—
तुमसे ही हम सबका स्वर्णिम
जीवन और घर संसार है!!!
पापा तुम चांद का प्रकाश हो——
तुमसे ही घर रोशन है——-
पापा तुम चांद हो—–
सुषमा सिंह *उर्मि,,
कानपुर