Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2022 · 1 min read

पापा तुम चांद हो

पापा तुम चांद हो
——————-
पापा तुम चांद का प्रकाश हो,
तुमसे ही घर रोशन है।
मां धरा तो तुम आसमान हो,
तुमसे ही घर खुशहाल हैं।
हम सबके लिए तपते अपनी
परवाह नहीं—–
मेहनत करते पसीना टपके ,
फिर भी कोई शिक़ायत नहीं।
हम बच्चे खुश हैं बहुत,
पाकर सानिध्य तुम्हारा!
पापा तुम जीवन में देना,
सदा साथ हमारा!!
हमारी दुनिया के आप ही चांद हैं—
तुमसे ही हम सबका स्वर्णिम
जीवन और घर संसार है!!!
पापा तुम चांद का प्रकाश हो——
तुमसे ही घर रोशन है——-
पापा तुम चांद हो—–

सुषमा सिंह *उर्मि,,
कानपुर

205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
वक्त तुम्हारी चाहत में यूं थम सा गया है,
वक्त तुम्हारी चाहत में यूं थम सा गया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■ बस, इतना कहना काफ़ी है।
■ बस, इतना कहना काफ़ी है।
*प्रणय प्रभात*
उलझनें
उलझनें
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
डर होता है
डर होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर ...
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
"द्वंद"
Saransh Singh 'Priyam'
दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
manjula chauhan
देशभक्ति एवं राष्ट्रवाद
देशभक्ति एवं राष्ट्रवाद
Shyam Sundar Subramanian
आशा
आशा
नवीन जोशी 'नवल'
रास्ता दो तो हम भी चार कदम आगे बढ़ें...
रास्ता दो तो हम भी चार कदम आगे बढ़ें...
Shweta Soni
साया ही सच्चा
साया ही सच्चा
Atul "Krishn"
विश्रान्ति.
विश्रान्ति.
Heera S
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
पूर्वार्थ
प्रेम सुधा
प्रेम सुधा
लक्ष्मी सिंह
औरत
औरत
नूरफातिमा खातून नूरी
शिव शंभू भोला भंडारी !
शिव शंभू भोला भंडारी !
Bodhisatva kastooriya
परदेसी की  याद  में, प्रीति निहारे द्वार ।
परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
sushil sarna
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
Swara Kumari arya
मुट्ठी भर रेत है जिंदगी
मुट्ठी भर रेत है जिंदगी
Suryakant Dwivedi
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
Raju Gajbhiye
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
Neeraj Agarwal
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*रामचरितमानस में अयोध्या कांड के तीन संस्कृत श्लोकों की दोहा
*रामचरितमानस में अयोध्या कांड के तीन संस्कृत श्लोकों की दोहा
Ravi Prakash
मेरी किस्मत
मेरी किस्मत
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA
नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बिल्ली की लक्ष्मण रेखा
बिल्ली की लक्ष्मण रेखा
Paras Nath Jha
सोच
सोच
Sûrëkhâ
जन्म दिन
जन्म दिन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम की धाराएँ
प्रेम की धाराएँ
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...