पापा तुम कर्तव्य निभाते
पापा तुम कर्तव्य निभाते
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पापा तुम अपना कर्तव्य निभाते,
हम सबको जीवन जीना सिखाते।
हर मुश्किल को आसानी से सुलझाते,
वो पापा ही होते जो बिगड़े काम बनाते।
एक पेड़ सी जो छाया देते।
फूलों की डालियां हम सब बन जाते,।
पापा तुम अपना कर्तव्य —–
हम सबके लिए तपते मेहनत करते,
तक कर जब तुम घर को हे आते।
बच्चों की खुशियों में—
अपनी सारी पीड़ा से भूल जाते।
पापा तुम अपना कर्तव्य निभाते—-
हम सबको जीवन जीना सिखाते—–
सुषमा सिंह *उर्मि,,
कानपुर