“पानी बरसा”
पानी बरसा रिमझिम रिमझिम
क्यों बैठे हो? गुमसुम-गुमसुम
बहते पानी की धारा को
यहां वहां हम मोड़ेगे
कागज की इक नाव बनाकर
बीच धार में छोड़ेंगे
और उसी के पीछे पीछे
दूर-दूर तक दौड़ेगे
आभी जाओ घर के बाहर
भीगे हम हम भीगे तुम तुम
पानी बरसा रिमझिम रिमझिम
क्यों बैठे हो? गुमसुम गुमसुम
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