पागल बना दिया
मैं कवि न था कभी
लेकिन तुमने कवि बना दिया
एक नेक दिल इंसान को
पागल बना दिया ।
मैं शायर न था कभी
लेकिन तुम्हारे प्यार ने शायर बना दिया
एक स-ह्रदय इंसान को
घायल बना दिया ।
मैं प्रेम में रोया न था कभी
लेकिन तुम्हारे प्रेम ने रूला-रूलाकर तड़पा दिया
एक सुंदर दृश्य देखनेवाला नयन को
सागर बना दिया ।
मै जिंदगी में इतना तड़पा न था कभी
लेकिन तुम्हारे प्यार पाने की ललक ने
बार-बार तड़पा दिया
एक मासुम दिल को लहूलूहान कर दिया ।
#दिनेश_यादव
काठमाण्डू (नेपाल)