पागलो को दीवाना बताया
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** पागलों को दीवाना बताया **
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पागलों को आज दीवाना बताया,
खास से कर आम बेगाना बताया।
है नही कोई जगत में बढ़ नजारा,
दीद को ही ईद नज़राना बताया।
बांटते दुख-सुख नहीं परवाह कोई,
गमज़दा हल खूब हंसाना बताया।
साथ छोड़े राह में तोड़े भरोसा,
बंदगी फल संग बह जाना बताया।
प्रेम मनसीरत बड़ा अनमोल हीरा,
वो शमां का यार परवाना बताया।
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सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)