पहेलियाँ (प्यास पहेली)
प्यास-पहेली – 3
लोगो की हर चाल, है आँकी l
जगह जगह दिखाए, झांकी ll
संकेत –1, 2
मैं नार, यही कहीं छिपी हूँ l
सुरू में मिल जाऊं, मैं काकी ll
संकेत –3, 4
प्यास का ही, बस पेट है पाले l
कुछ इच्छा, नहीं रहे बाकी ll
संकेत –5
कब तक चलेगी चाल नक्की ll
अब भी ना जाना, खुश रहो जी
खुशी ख़ुशी बीते, जिन्दगी बाकी
प्यास पहेली – ४
ये कैसे है फैली नार l
लेटी है ले चार चार यार ll
संकेत १,२
चारो साथ खुशी पाई l
क्यो ना हो सहारे उधार ll
संकेत ३,४
बड़े काम की जब मिले प्यार l
आराम से सोए इस पे यार ll
ना समझे खुश रहो यार l
ना रहे तूमे पे कोई भार ll
अरविंद व्यास “प्यास”