पहाड़ों की रानी शिमला
दृश्य है मन भावन यहां
चारों तरफ शांति रहती है
आओ तुम एक बार यहां
पहाड़ों की रानी कहती है
जीवन तो चलता रहेगा यूं ही
जबतक दिल में उम्मीद रहती है
करो सदुपयोग अपनी ऊर्जा का
यहां झरनों की रवानी बहती है
है विहंगम नज़ारे भरे पड़े
मां तारा की कृपा रहती है
है सब सुख सुविधाएं यहां
शहर की चकाचौंध कहती है
साथ हमसफर के आ पायें
सबके दिल की तमन्ना रहती है
आना चाहती हूं मैं भी शिमला
हर लड़की दिवानी कहती है
ले लो सांस स्वच्छ हवा में भी
ये रिज की हवा कहती है
डूब जाओ जश्न में संग मेरे
यहां हर शाम मस्तानी कहती है
कण कण में इस मिट्टी के
बस प्रेम की आभा बसती है
लिखा जाए एक अध्याय यहां भी
प्रेम की हर कहानी कहती है
है धरती पर स्वर्ग यहीं पर
देखो, अपसराएं भी रहती है
हो सकता है क्या धरती पर स्वर्ग
हर मन की हैरानी कहती है
नई ताज़गी मिलती है यहां
ठंडी हवाएं चलती रहती हैं
निहार लो मुझे सूर्योदय से पहले
शिमला की हर सुबह सुहानी कहती है।