पहली नज़र
वो मेरी पहली नज़र जब तुझ पे पड़ी!
तेरी एक झलक से मैं दीवाना हुआ
वो तेरी पलकों का झुकाना, फिर झुका कर उठाना
वो मेरी पहली नज़र जब तुझ पे पड़ी!
नहीं मैं कोई आशिक आवारा
जब से तुझको देखा हुआ मैं दीवाना
तेरी उंगलियों का तेरी जुल्फों से देखा
यूँ तेरा शर्माना, तेरा इतराना
शर्मा कर यूँ फिर खुद में सिमट जाना
वो मेरी पहली नज़र जब तुझ पे पड़ी!
वो संगेमर्मर सा तेरा बदन
फूलों से प्यारी तेरी मुस्कान
नज़रो से ना मुझको घायल कर
मैं हूँ तेरा दीवाना
वो मेरी पहली नज़र जब तुझ पड़ी!