पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
भलाई इसी में है कि उसे दोहरा लिया करो…
इस घमंड मे मत रहो कि सदैव हम सही हैं।
गलतियाॅं कभी भी, किसी से भी हो सकती है!
इसीलिए एक बार कुछ भी लिखने के बाद…
दोहराव की नीति तुरंत अपना लिया करो!
…. अजित कर्ण ✍️