Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2024 · 1 min read

“पहला-पहला प्यार”

“पहला-पहला प्यार”
याद सुहानी बचपन की
पत्थर पर खींची रेखा,
पहला-पहला प्यार दिलों से
कभी मिटते नहीं देखा।

2 Likes · 2 Comments · 118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
❤️ DR ARUN KUMAR SHASTRI ❤️
❤️ DR ARUN KUMAR SHASTRI ❤️
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
जब मुझसे मिलने आना तुम
जब मुझसे मिलने आना तुम
Shweta Soni
कलम लिख दे।
कलम लिख दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
ମୁଁ କିଏ?
ମୁଁ କିଏ?
Otteri Selvakumar
"व्यवहारों की जगह व्यापारों ने ले ली है ll
पूर्वार्थ
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
Chunnu Lal Gupta
ನನ್ನಮ್ಮ
ನನ್ನಮ್ಮ
ಗೀಚಕಿ
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
हिंदी भारत की पहचान
हिंदी भारत की पहचान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
पागलपन
पागलपन
भरत कुमार सोलंकी
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
VINOD CHAUHAN
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पटाखे न फोड़ पाने वाले
पटाखे न फोड़ पाने वाले
*प्रणय*
सुबह की तलब की चाय तुम हो।
सुबह की तलब की चाय तुम हो।
Rj Anand Prajapati
"मौसम"
Dr. Kishan tandon kranti
*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
*भारत माता को किया, किसने लहूलुहान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*बेसहारा बचपन*
*बेसहारा बचपन*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जो हुआ वो गुज़रा कल था
जो हुआ वो गुज़रा कल था
Atul "Krishn"
कर्मगति
कर्मगति
Shyam Sundar Subramanian
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
गर्मी ने दिल खोलकर,मचा रखा आतंक
Dr Archana Gupta
रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत)
रात रात भर रजनी (बंगाल पर गीत)
Suryakant Dwivedi
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
Ranjeet kumar patre
4822.*पूर्णिका*
4822.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
काबा जाए कि काशी
काबा जाए कि काशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम का मतलब
प्रेम का मतलब
लक्ष्मी सिंह
बार - बार गिरती रही,
बार - बार गिरती रही,
sushil sarna
Loading...