Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

पहचान लेता हूँ उन्हें पोशीदा हिज़ाब में

शाम गुज़र तो गई नशीली शराब में,
दिन बेचैन रहेगा उन्हीं के ख़्वाब में।
☘️☘️
जाने क्यों, आईना सही बताता नहीं,
तलाशता हूँ अक़्स प्याला-ए-आब में।
☘️☘️
उनके बदन की ख़ुशबू याद है मुझे,
पहचान लेता हूँ, भीड़ में, हिज़ाब में।
☘️☘️
जाने कितने दौरों से गुज़री है ज़िंदगी,
मैं उलझना नहीं चाहता, हिसाब में।
☘️☘️
ज़ुबां-ज़ुबां पे मुकद्दर का ज़िक्र लेकिन,
नज़ीर मिलती नहीं, किसी किताब में।

1 Like · 21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shreedhar
View all
You may also like:
*मूॅंगफली स्वादिष्ट, सर्वजन की यह मेवा (कुंडलिया)*
*मूॅंगफली स्वादिष्ट, सर्वजन की यह मेवा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
Window Seat
Window Seat
R. H. SRIDEVI
🙅आज है दो जून🙅
🙅आज है दो जून🙅
*प्रणय प्रभात*
पार्वती
पार्वती
लक्ष्मी सिंह
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
Kumar lalit
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रूबरू।
रूबरू।
Taj Mohammad
"The Divine Encounter"
Manisha Manjari
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
उछल कूद खूब करता रहता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दो शे'र ( मतला और इक शे'र )
दो शे'र ( मतला और इक शे'र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों
मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
3295.*पूर्णिका*
3295.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जज़्बात
जज़्बात
Neeraj Agarwal
हमें अलग हो जाना चाहिए
हमें अलग हो जाना चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं
प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मानवता दिल में नहीं रहेगा
मानवता दिल में नहीं रहेगा
Dr. Man Mohan Krishna
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
Sanjay ' शून्य'
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मनका छंद ....
मनका छंद ....
sushil sarna
🙏आप सभी को सपरिवार
🙏आप सभी को सपरिवार
Neelam Sharma
तुम्हे वक्त बदलना है,
तुम्हे वक्त बदलना है,
Neelam
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
Anamika Tiwari 'annpurna '
अनुभूति
अनुभूति
Dr. Kishan tandon kranti
यादों का झरोखा
यादों का झरोखा
Madhavi Srivastava
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
Phool gufran
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
Shweta Soni
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
चलो रे काका वोट देने
चलो रे काका वोट देने
gurudeenverma198
इश्क हम उम्र हो ये जरूरी तो नहीं,
इश्क हम उम्र हो ये जरूरी तो नहीं,
शेखर सिंह
Loading...