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24 May 2024 · 1 min read

वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,

वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
‘जिस्म-ओ-जाँ’ की चाहत को लोग मतलब का नाम देते हैं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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