*लम्हा प्यारा सा पल में गुजर जाएगा*
- मोहब्बत जिंदाबाद थी जिंदाबाद रहेगी -
ऐ मेरी जिंदगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
रुसवाई न हो तुम्हारी, नाम नहीं है हमारा
काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज