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5 Feb 2020 · 1 min read

पल

चलती रहती है
जिन्दगी
कभी खट्टी
कभी मीठी
कभी खुशी
कभी गम
कभी मिलना
कभी बिछुड़ना
कभी प्यार
कभी तकरार
कभी माँ की
गोदी में सिर
कभी चार कंधों
पर सफर
कभी चार
दिन की चांदनी
कभी जिन्दगी
कांपती
कुछ ऐसे ही
पल जिन्दगी के
रखो बस संजोकर
जिन्दगी के
खूबसूरत पल

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
222 Views
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