पल भर की दोस्ती
पल भर की दोस्ती
पल भर की ये सिर्फ दोस्ती,
करीब ला देती है इतना,
कि दोस्ती तोड़ने के सिवा,
चारा नही रह जाता कोई।
पल भर की ये सिर्फ दोस्ती,
दर्द भर देती है इतना,
सम्भलती है न सम्भालती है,
ज़ख्म से बचा नही कोई।
पल भर की ये सिर्फ दोस्ती,
गहरा कर देती है इतना,
कि साथ छोड़ जाते हैं दूसरे,
रहता नही दोस्त और कोई।
अच्छे दोस्त साथ छोड़ते नही,
उम्र भर तक निभाते हैं इतना,
दोस्ती का अर्थ बदल जाता है,
दिल के पास आते हैं जो कोई।
पल भर की ये सिर्फ दोस्ती,
करीब ला देती है इतना।
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