“पर्यावरण बचाना है”
पर्यावरण की रक्षा का हम संकल्प करते हैं।
हरे-भरे सुंदर वृक्ष लगाने का हम प्रण करते हैं।
अब न कटने देंगे इन वृक्षों को हम।
अब मृत्यु भी आ जाए तो न होगा गम।
प्रकृति का स्वरूप बदलने को तैयार होना होगा।
अन्यथा इस सृष्टि को बहुत कुछ खोना होगा।
ध्वनि एवं वायु प्रदूषण से भी दिलानी होगी हमें मुक्ति।
पर्यावरण को बचाने के लिए हे परमेश्वर तू हमें दे शक्ति।
जहां पेड़ होंगे वहां होगी घनघोर बरसात।
कोरोना जैसी अन्य महामारी से मिलेगी निजात।
कह गए हमारे पूर्वज उनका दौर था बहुत ही अच्छा।
सारे जग में समृद्धि थी था सब कुछ बहुत ही सच्चा।
न प्रदूषण था न बीमारी चारों ओर थी हरियाली।
हर्षोल्लास का जीवन था थी हर जगह खुशहाली।
इन वृक्षों को काटकर क्या विकास चाहते हैं हम।
एक दिन वह भी आएगा जब जल भी हो जाएगा कम।
आने वाली विकराल परिस्थितियों से हमें करना है सामना।
युद्ध स्तर पर गतिशील तैयारी करें हमें हर हाथ है थामना।
पर्यावरण बचाना है यही है नारा हमारा।
प्रकृति का संरक्षण करें मिटा दें दुख का अंधियारा।
संपूर्ण देश में सुख की ज्योत जलाना है।
पर्यावरण बचाना है हमें पर्यावरण बचाना है।
“समीर”