परीक्षा
परीक्षाएँ हमने दी है कई बार,सफल-असफल का करके विचार!
मिली सफलता तो खुशी का अहसास,रहे असफल तो हुए उदास
रुके नही,ना हम अकुलाए,फिर किया प्रयास आगे बढ़ पाए!।
आज परीक्षा के रुप में महामारी ,परीक्षा लेने की उसकी तैयारी!
परीक्षा भी ऐसी जीवन बचाने की,अपने अस्तित्व बचा पाने की!
आज की परीक्षा में जीवन दाँव पर,असफलता का न यह अवसर
हर हाल में हमें सफल होना है,अमूल्य जीवन ऐसे नहीं खो ना है!
कैसी भी हो स्थिति,हताशा का भाव नहीं लाना है,
अपने आत्म बल को सशक्त बनाना है!
रहेंगे सयंमित होकर, और दूरी बनाएँगे, ना ही किसी के निकट हम जाएंगे!
रखेंगे स्वयं को स्वच्छ,और घर को भी स्वच्छ बनाए रखेंगे ,
बीमारी को अपने आसपास नहीं आने देंगे!
स्वयं को सुधारने की शपथ लेते हैं ,
अपनों व औरों को भी जागरूक करने का प्रयत्न करते हैं!
कैसे बचना है इस महामारी से, यह भी बताना होगा,
कह रहे हैं जो विश्लेषक,उसको ही अपनाना होगा!
असावधानी को तो कतई नहीं दिखाना है,
हमे मिल कर कोरोना की महामारी को भगाना है,
परीक्षा है यह हमारी,हमें सफल होकर दिखाना है!
आओ इस अभियान को हमें हर हाल में सफल बनाना है।