Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2020 · 1 min read

*”परिवार”*

परिवार
जीवन की सौगात लिए ,खुशियों का खजाना है।
एक दूजे संग साथ निभाते, हिम्मत बंधाते हैं।
नियम, धर्म ,अनुशासन ,संस्कार ज्ञान बताते हैं।
रिश्ते नातों से आत्मीय बंधन मजबूत बन जाते है।
अटूट विश्वास ,प्रेम से रिश्तों में प्रगाढ़ ले आते हैं।
सुनहरी यादों का पैगाम लिए,मन की झोली भर जाते हैं।
आंखों से ओझल नही हो, उड़ता हुआ सा बादल बन जाते हैं।
बरसों की यादों में संजोये हुए ,रेशम की डोरी में बंध जाते हैं।
नाजुक दौर में भी टूट न जाये, कसमे वादों में बांध जातें हैं।
अटूट विश्वास के हाथ बढाकर, फिर से जुड़ कर निखर जाते हैं।
एक अधूरे से ख्वाबों को पूरा करने उम्मीद का दीप जलाते हैं।
ये जीवन परिवार के आशाओं संग बंधी हुई है लेकिन देर से जाना है।
खुशनसीब होते हैं ,जिन्हें परिवार का स्नेह व आशीष मिलता रहा है।
परिवार की दुआओं का असर है ,जो हंसते खेलते ये जीवन बिताते हैं।
शशिकला व्यास

Language: Hindi
5 Likes · 1 Comment · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
जो बीत गयी सो बीत गई जीवन मे एक सितारा था
जो बीत गयी सो बीत गई जीवन मे एक सितारा था
Rituraj shivem verma
■ ज़िंदगी मुग़ालतों का नाम।
■ ज़िंदगी मुग़ालतों का नाम।
*Author प्रणय प्रभात*
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3267.*पूर्णिका*
3267.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सबूत- ए- इश्क़
सबूत- ए- इश्क़
राहुल रायकवार जज़्बाती
काव्य में सहृदयता
काव्य में सहृदयता
कवि रमेशराज
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Pal bhar ki khahish ko jid bna kar , apne shan ki lash uthai
Sakshi Tripathi
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
चिराग़ ए अलादीन
चिराग़ ए अलादीन
Sandeep Pande
अब देर मत करो
अब देर मत करो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
चार दिन की ज़िंदगी
चार दिन की ज़िंदगी
कार्तिक नितिन शर्मा
बाबा साहब की अंतरात्मा
बाबा साहब की अंतरात्मा
जय लगन कुमार हैप्पी
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
*संसार में कितनी भॅंवर, कितनी मिलीं मॅंझधार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
इश्क़ है तो इश्क़ का इज़हार होना चाहिए
पूर्वार्थ
बेशर्मी के हौसले
बेशर्मी के हौसले
RAMESH SHARMA
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
Phool gufran
नमस्कार मित्रो !
नमस्कार मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
ruby kumari
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
धर्मगुरु और राजनेता
धर्मगुरु और राजनेता
Shekhar Chandra Mitra
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Ram Krishan Rastogi
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
कवि दीपक बवेजा
Impossible means :-- I'm possible
Impossible means :-- I'm possible
Naresh Kumar Jangir
“POLITICAL THINKING COULD BE ALSO A HOBBY”
“POLITICAL THINKING COULD BE ALSO A HOBBY”
DrLakshman Jha Parimal
ऐसा क्यों होता है..?
ऐसा क्यों होता है..?
Dr Manju Saini
!! चमन का सिपाही !!
!! चमन का सिपाही !!
Chunnu Lal Gupta
Loading...