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5 Aug 2018 · 2 min read

‘ परिवर्तित तस्वीर दिखानी हैं ‘

दीदी, बुआ, बबुआ, चाचा, भैया, को समझानी है ,
परिवर्तित भारत की सूरत , अब उनको दिखलानी है ,
वर्णन करना सब मुमकिन ना , पर कुछ बातें बतलानी है ,
नोटबंदी जैसे फैसलो की यादें ताज़ा करवानी है ,
जो पूछते हैं क्या विकास हुआ ?
उनको भारत दर्शन करवायेंगे,
भारत माँ के जयकारे की , गूंज उन्हें सुनवायेंगे,
मोदी जी को देखो भैया देश को कितना बदल रहे हैं ,
सारे दुश्मन एकजुट होकर मंचो पर अब टहल रहे हैं,
प्रेम की धारा ऐसी लाये चूहे बिल्ली साथ हुए,
बरसो से जो बैरी थे उनके, हाथों में अब हाथ हुए ,
मम्मी जो ना कर पायी मोदी जी वो कर दिखलाये ,
संसद में बोलते है कैसे हुनर ये बच्चे को सिखलाये ,
पीठ में छूरा घोंपने वालो को भी गले लगाते हैं ,
व्यक्ति होता कर्म से ऊँचा पाठ हमे सिखलाते हैं ,
देश की लाखों माताओं की , आँखों को जीवन दान मिला ,
‘ उज्ज्वला योजना ‘ आने से महिलाओं को सम्मान मिला ,
‘ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ ‘से उपयोगी कोई योगदान नही
भ्रूण हत्याओं पर रोक लगाने से सुरक्षित मासूमों की जान हुईं
कई बेघर ने अपना घर पाया , शिक्षा हेतु बहुतेरे काम हुए ,
परदेश में पढ़ने के सपने भी सच करने आसान हुए ,
‘ अटल पेंशन योजना ‘बुढ़ापे की लाठी बनकर आयी ,
‘जीवन ज्योति बीमा’ ने उम्मीद की किरणें दिखलायी ,
दीपक की रोशनी में जो घर अब तक रहते थे ,
सड़क, बिजली की सुविधाएं उनके दरवाजे तक पहुँचाये ,
हर घर में उजियारा देकर जीवन में खुशहाली लाये ,
सरकार की ‘मुद्रा योजना ‘ ने तो बहुतों को व्यापार दिया ,
‘ जनधन योजना ‘ ने गरीबो के खाते का सपना साकार किया
बिचौलियों को पर्दाफ़ाश हुआ, मजदूरी का सही दाम दिया,
मेहनत का पैसा सीधा खाते में पहुँचाने का काम किया,
‘ स्वच्छता अभियान ‘ में हर गंदगी साफ करने की ठानी है ,
पटेल के सपनों सी भारत की सुन्दर तस्वीर बनानी है ,
तीन तलाक़ के मुद्दे पर अपनी आवाज़ उठाये ,
मुस्लिम बहनों का हक़ दिलवा भाई का फर्ज़ निभाये ,
बातें पूरी ना हैं ये कुछ और भी कहना रह गया बाकी
जीवन शैली बदल लिए सब खादी हो या खाकी ।

Language: Hindi
278 Views
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